लड़खड़ाता रहा, थकता रहा पर ना रोया वो ना वो घबराया एक नई उम्मीद लेकर फिर मंज़िल की तलाश में भटकता ... लड़खड़ाता रहा, थकता रहा पर ना रोया वो ना वो घबराया एक नई उम्मीद लेकर फिर मंज़ि...
ज़िंदगी के इस सफर में हम सब है अकेले, डरना मत तू भर दे सपनो की उँची उड़ान रे बावले। चलत ज़िंदगी के इस सफर में हम सब है अकेले, डरना मत तू भर दे सपनो की उँची उड़ान रे बा...
कुदरत का कैसा है खेला चलता है मजदूर अकेला। कुदरत का कैसा है खेला चलता है मजदूर अकेला।
दे दो सबको सुख अपार। माँ की महिमा अगम अपार।। दे दो सबको सुख अपार। माँ की महिमा अगम अपार।।
तू अपने राह पर चलता चल तू दूसरों के दुःख सुख से न मचल तू अपने राह पर चलता चल तू दूसरों के दुःख सुख से न मचल
सिमटी रहूं मैं अपने ही दायरे में " ये कहने का अधिकार तुम्हें किसने दिया था। सिमटी रहूं मैं अपने ही दायरे में " ये कहने का अधिकार तुम्हें किसने दिया था।